मेरा नाम अमित है, उम्र 25 साल। मैं हरियाणा के एक छोटे कस्बे बहादुरगढ़ में रहता हूँ। हमारा घर दो मंज़िला है — नीचे मेरे बड़े भाई सुरेश और भाभी रीमा रहते हैं, ऊपर मेरी कोठरी है।
रीमा भाभी बहुत ही गोरी, भरे बदन वाली और बात-बात पर हंसने वाली औरत है। उनकी एक छोटी बहन है पूजा, जो दिल्ली में पढ़ाई करती है और उम्र में सिर्फ 19 साल की है।
पहली बार पूजा से मुलाकात
ये किस्सा गर्मियों की छुट्टियों का है। पूजा दिल्ली से हमारे घर आई थी। पहली बार जब मैंने उसे देखा, तो यकीन मानो, मेरी नज़रें वहीं अटक गईं।
हल्के नीले रंग का सलवार-कुर्ता पहना था, बाल खुले हुए और चेहरे पर मासूमियत के साथ एक अलग सा ग्लैमर।
भाभी ने मुस्कुराकर कहा –
“अमित, ये मेरी छोटी बहन पूजा है… एक महीना यहीं रहेगी।”
पूजा ने नमस्ते करते हुए हल्की सी मुस्कान दी। उसकी मुस्कान में कुछ ऐसा था कि मेरे दिल में ख्याल आ गया — “अगर मौका मिला, तो इसकी सील मैं ही तोड़ूंगा।”
धीरे-धीरे बढ़ती नज़दीकियाँ
अगले कुछ दिनों में पूजा और मैं अच्छे दोस्त बन गए। मैं उसे स्कूटी चलाना सिखाने लगा, मोबाइल पर फिल्में दिखाने लगा।
जब भी वो मेरे पास बैठती, उसकी खुशबू और गर्माहट मेरे बदन में बिजली सी दौड़ा देती।
कभी-कभी जब वो झुककर मोबाइल देखती, उसकी ढीली कुर्ती के गले से उसके गोल-गोल चुचियों की झलक मिल जाती। मैं नज़रें चुराने की कोशिश करता, लेकिन मन भरकर देख भी लेता।
वो दिन जब मौका मिला
एक दिन भाई और भाभी बाज़ार गए थे और शाम तक आने वाले थे। घर में सिर्फ मैं और पूजा थे।
बिजली चली गई थी और हवा बिलकुल बंद। पूजा ने दुपट्टा हटाकर पंखा झलना शुरू किया।
उसके पसीने से भीगे गले और हल्के उभरे चुचियों को देख मेरा लंड खड़ा हो गया।
मैं पास गया और बोला – “गर्मी लग रही है?”
वो बोली – “हाँ, बहुत…” और पास रखी कुर्सी पर बैठ गई।
पहली बार छूने का अहसास
मैंने पंखा पकड़ने का बहाना करते हुए उसके हाथ में हाथ लगाया। वो हल्का सा मुस्कुराई, लेकिन हाथ नहीं हटाया।
धीरे-धीरे मैंने उसके कंधे से लेकर पीठ तक हाथ फेरा। उसने एक बार मुझे देखा, फिर आँखें झुका लीं।
मेरी हिम्मत बढ़ गई। मैंने उसका हाथ पकड़कर अपनी जांघ पर रखा। वो थोड़ी घबराई लेकिन कुछ बोली नहीं।
चूत तक पहुँचने का सफर
मैंने धीरे से उसकी कुर्ती के नीचे हाथ डाल दिया और पेट से होते हुए नीचे तक ले गया।
जब मेरी उंगलियाँ उसकी सलवार के ऊपर से उसकी गर्म, गीली जगह पर पहुँचीं, तो उसने एक लंबी सांस ली और होंठ भींच लिए।
मैंने फुसफुसाकर कहा – “पूजा, बस थोड़ा सा… अच्छा लगेगा।”
वो हल्के स्वर में बोली – “अमित… मुझे डर लग रहा है… पर तुम कर लो।”
सील तोड़ने का लम्हा
मैंने उसकी सलवार और पैंटी उतारी। पहली बार उसकी गुलाबी, कसी हुई कुँवारी चूत मेरी आँखों के सामने थी।
मैंने अपना लंड निकाला – मोटा, खड़ा और उसकी मासूमियत तोड़ने को तैयार।
धीरे-धीरे उसे अंदर डालना शुरू किया। पूजा दर्द से कराह उठी –
“आह… अमित… रुक जाओ… दर्द हो रहा है…”
मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से दबाया, और हल्के-हल्के दबाव के साथ एक झटके में उसकी सील तोड़ दी।
थोड़ा सा खून निकला, उसकी आँखें भींच गईं, लेकिन कुछ ही पलों में उसके कराहने में मज़े की लहर आ गई।
दर्द से सुख तक
अब मैं थोड़ा तेज़ होने लगा – ठक… ठक… ठक… उसकी चूत में मेरा लंड घुस-घुस कर रस से भर रहा था।
पूजा भी मेरे बाल पकड़कर कह रही थी – “आह… और तेज़… अमित… मुझसे अब रुकना नहीं जा रहा…”
उसकी चूत की पकड़ इतनी टाइट थी कि हर धक्के पर मेरा लंड रस में भीग जाता।
आखिरी फिनिश
करीब 20 मिनट की मस्त चुदाई के बाद मेरा पानी निकलने लगा।
मैंने आखिरी दो-तीन तेज़ धक्के मारे और अपना सारा गरम पानी उसकी चूत के अंदर छोड़ दिया।
पूजा थककर मेरी छाती पर लेट गई। उसकी आँखों में अब डर नहीं, सिर्फ संतुष्टि थी।
उसने मुस्कुराकर कहा – “अमित… अब मैं तुम्हारी हूँ।”
ये रात हम दोनों के बीच का राज़ बन गई, लेकिन उस एक बार के बाद, मौका मिलते ही हम कई बार उस सील तोड़ी हुई चूत का मज़ा लेने लगे।
यह भी पढे
अपनी दोस्त की कुंवारी सील तोड़ने का मजा – Hindi Sex Story
प्रेमी संग बार बार हार्ड सेक्स का मजा – Hindi Sex Story
चोर की चुदाई – मेरी ज़िन्दगी की सबसे गंदी रात | Antarvasna Sex Kahani
शालिनी की सुहागरात: ससुर जी के साथ एक गर्म हिंदी चुदाई कहानी
भाभी की चूत चाट कर गर्म किया – Hindi Sex Story
दादाजी के घर नौकरों के साथ पहली चुदाई का अनोखा अनुभव
दोस्त की दीदी की चूत में लंड डाल कर घर में मस्त चुदाई
बॉलीवुड रोमांस कहानी: एक रोमांचक सेलेब्रिटी गॉसिप ड्रामा(भाग 1)
बॉलीवुड रोमांस कहानी: एक रोमांचक सेलेब्रिटी गॉसिप ड्रामा (भाग 2)
मकान मालिक ने मेरी सील तोड़ चुदाई की: कामुक हिंदी सेक्स स्टोरी
पड़ोसी लड़के से चूत खुलवा ली: पहली चुदाई की कामुक कहानी | हिंदी सेक्स स्टोरी
मौसी मौसा जी की कामुक चुदाई लाइव ब्लू-फिल्म: हिंदी सेक्स स्टोरी