मिनी, निशा और उषा की चुदाई की हॉट हिंदी कहानी: मुंबई की रातें

मिनी, निशा और उषा की चुदाई की हॉट हिंदी कहानी: मुंबई की रातें : दोस्तो! मैं मिनी हूँ, और आज मैं आपको अपनी और मेरी दो पक्की सहेलियों, निशा और उषा, की एक मसालेदार चुदाई की कहानी सुनाने जा रही हूँ। ये कहानी इतनी गर्म है कि आपके होश उड़ जाएँगे! हम तीनों की जवानी, कामुकता, और चुदाई के रंग आपको मुंबई की रातों में ले जाएँगे। ये एक 18+ कहानी है, तो कृपया अपनी उम्र और स्थानीय नियम चेक कर लें। चलो, शुरू करते हैं!

हम तीनों की जवानी

मेरा नाम मिनी है, उम्र 19 साल, और मैं इतनी खूबसूरत हूँ कि कॉलेज के लड़के मेरे पीछे पागल थे। मेरा फिगर 34-26-36 है, और मेरी गोरी चमड़ी, लंबे बाल, और कातिलाना अदा किसी का भी दिल चुरा लेती थी। मेरी दो सहेलियाँ, निशा और उषा, भी मेरे साथ कॉलेज में पढ़ती थीं। निशा का फिगर 36-28-38 और उषा का 34-27-36 था। हम तीनों की जोड़ी कॉलेज में सबसे हॉट थी।

कॉलेज के दिनों में हम तीनों ने खूब मस्ती की। हमने कई लड़कों के साथ शारीरिक संबंध बनाए और चुदाई का पूरा मज़ा लिया। उषा को लंबे और मोटे लंड की सनक थी। वो हमेशा 8 इंच से बड़े लंड की तलाश में रहती थी। निशा को कई लड़कों से एक साथ चुदवाने में मज़ा आता था, लेकिन उसे छोटे और पतले लंड ही पसंद थे। और मैं? मुझे चूत और गांड में एक साथ लंड लेने का शौक था। हम तीनों की अपनी-अपनी पसंद थी, लेकिन चुदाई का जुनून एक जैसा था।

उषा की शादी और मुंबई का बुलावा

कॉलेज खत्म होने के बाद मैं और निशा पढ़ाई के लिए दो साल के लिए दूसरे शहर चली गईं। इस बीच, उषा की शादी मुंबई में जय नाम के एक अमीर और अय्याश आदमी से हो गई। जय का बड़ा बिजनेस था, और वो महीने में 25 दिन बाहर रहता था। उषा ने हमें अपनी शादी में बुलाया था, लेकिन हम नहीं जा पाए।

दो साल बाद, उषा ने अपनी शादी की दूसरी सालगिरह पर हमें मुंबई बुलाया। मैं और निशा उषा के घर पहुँचे। उषा हमें देखकर इतनी खुश हुई कि गले लगाकर चूमने लगी। उसका घर एक आलीशान बंगला था, और वो पहले से भी ज़्यादा सेक्सी लग रही थी। उसने टाइट ड्रेस पहनी थी, जिसमें उसके मम्मे और गांड उभरकर सामने आ रहे थे।

हमने दिनभर गपशप की। उषा ने बताया कि शादी के बाद वो और ज़्यादा चुदक्कड़ हो गई थी। उसने एक दलाल से जान-पहचान बना ली थी, जो अमीर औरतों को मर्द सप्लाई करता था। उसने हमें अपने फोन में 150 मर्दों की नंगी तस्वीरें दिखाईं, जिनके लंड 8 इंच से कम नहीं थे। मैंने चौंककर कहा, “उषा, ये तो कयामत हैं!”

वो हँसी और बोली, “मिनी, तू तो जानती है मुझे लंबा और मोटा लंड ही पसंद है। आज रात मैंने एक पार्टी रखी है। छह मर्द आएँगे, और हम सारी रात चुदाई का मज़ा लेंगे।”

पार्टी की तैयारी

उषा ने हमें छह मर्दों की तस्वीरें दिखाईं। हर एक का लंड 11 इंच से कम नहीं था। निशा घबरा गई और बोली, “उषा, इतने बड़े लंड? मेरी तो चूत फट जाएगी!” उषा हँसी, “अरे, तूने कभी लंबे लंड का मज़ा लिया ही नहीं। आज तुझे चखाऊँगी।”

मैंने कहा, “मुझे तो कोई दिक्कत नहीं। मैं तो चूत और गांड में एक साथ लंड लेने की आदी हूँ।” उषा ने ताली बजाई, “शाबाश, मिनी! आज रात हम तीनों मस्ती करेंगी।”

निशा अभी भी डरी हुई थी। उसने कहा, “उषा, तू मुझे मार डालेगी।” उषा ने मज़ाक में कहा, “अरे, मैं शर्त लगाती हूँ कि तू सुबह तक खुद इनसे दोबारा चुदवाएगी।”

रात का तमाशा

रात 8 बजे एक सूमो गाड़ी उषा के बंगले के सामने रुकी। उसमें से छह हट्टे-कट्टे मर्द उतरे। उनके नाम थे अनिल, रमेश, राज, कमल, केशव, और शिव। सब एक से बढ़कर एक। अनिल सबसे ताकतवर था, और उसका लंड 11 इंच लंबा और 3 इंच मोटा था। निशा उन्हें देखकर और घबरा गई।

उषा ने निशा से कहा, “क्यों डर रही है? आज तू सबसे पहले अनिल से चुदवाएगी।” निशा चिल्लाई, “नहीं, मैं तो सबसे बाद में!” उषा ने हँसकर कहा, “नहीं, रानी। आज तू पहले। अनिल तेरी चूत को चौड़ा कर देगा।”

उषा ने मर्दों को शराब की बोतल दी। सबने ग्लास उठाए और पीना शुरू किया। उषा ने अनिल से कहा, “निशा ने कभी 7 इंच से बड़ा लंड नहीं लिया। तू इसकी चूत में पूरा लंड घुसा दे।” अनिल ने हँसकर कहा, “मैडम, ये तो बहुत चिल्लाएगी।” उषा बोली, “चिल्लाने दे। एक बार चिल्लाएगी, फिर मज़ा लेगी।”

निशा की चुदाई

अनिल ने निशा के कपड़े उतारे और उसे बेड पर लिटा दिया। बाकी मर्दों ने निशा के हाथ-पैर पकड़ लिए। एक ने अपना लंड निशा के मुँह में डाल दिया। अनिल ने निशा की चूत पर अपना लंड सेट किया और एक जोरदार धक्का मारा। निशा चीख पड़ी और लंड मुँह से निकालकर चिल्लाने लगी, “उई… मेरी चूत… फट गई!”

उषा ने हँसकर कहा, “अरे, अभी तो सिर्फ 5 इंच गया है।” अनिल ने दो और जोरदार धक्के मारे, और उसका 11 इंच का पूरा लंड निशा की चूत में समा गया। निशा की चूत से खून निकलने लगा, और वो पसीने से लथपथ हो गई। लेकिन 10 मिनट बाद वो शांत हो गई और मज़े लेने लगी।

उषा ने कहा, “देखा, मैंने कहा था ना, तुझे मज़ा आएगा।” निशा बोली, “हाँ, अब तो छोटा लंड पसंद ही नहीं आएगा।”

अनिल के बाद रमेश, फिर राज, कमल, केशव, और शिव ने बारी-बारी से निशा को 15-15 मिनट तक चोदा। उषा ने सबको मना किया था कि कोई भी माल निशा की चूत में नहीं निकालेगा। निशा अब पूरी मस्ती में थी और बार-बार झड़ रही थी।

मिनी की बारी

उषा ने अनिल और रमेश से कहा, “अब मिनी को चोदो।” मैं अनिल के ऊपर चढ़ गई और उसका 11 इंच का लंड अपनी चूत में ले लिया। रमेश ने पीछे से मेरी गांड में लंड डाला। दोनों ने मुझे इतनी जोर से चोदा कि मैं सिसकारियाँ भरने लगी, “आह… और जोर से… मेरी चूत और गांड फाड़ दो…”

उधर, उषा को राज चोद रहा था। वो भी मस्ती में चिल्ला रही थी, “हाँ, राज… और तेज… मेरी चूत की प्यास बुझा दे…” हम तीनों की चुदाई का आलम ऐसा था कि पूरा बंगला सिसकारियों और धक्कों की आवाज़ से गूँज रहा था।

कमल और केशव ने भी मेरी चूत और गांड की धुनाई की। उषा ने सबको मना किया था कि कोई भी जल्दी माल नहीं निकालेगा। जब कोई झड़ने वाला होता, तो वो रुक जाता और थोड़ी देर बाद फिर शुरू हो जाता।

गांड का मज़ा

तीन घंटे की चुदाई के बाद उषा ने कहा, “अब रुक जाओ। अनिल, तू मेरी गांड मार।” अनिल बोला, “मैडम, आपने तो कभी गांड नहीं मरवाई।” उषा बोली, “आज मेरी सहेलियाँ हैं, तो मैं भी गांड मरवाऊँगी। पूरा लंड डाल दे।”

उषा ने रमेश से कहा, “तू निशा की गांड मार।” निशा चिल्लाई, “तू मुझे मार डालेगी!” उषा हँसी, “अरे, मज़ा आएगा।” मैंने राज से कहा, “मेरी गांड मारो। मैं तो आदी हूँ।”

अनिल ने उषा की गांड में लंड डाला। उषा जोर-जोर से चीखने लगी। रमेश ने निशा की गांड में लंड डाला, और वो भी चिल्लाई। राज ने मेरी गांड मारनी शुरू की। मैं तो पहले से आदी थी, तो मुझे तुरंत मज़ा आने लगा। 10 मिनट बाद उषा और निशा भी शांत हो गईं और मज़े लेने लगीं।

डबल मज़ा

उषा ने कहा, “रमेश, तू लेट जा। मैं तेरे लंड को चूत में लूँगी, और कमल मेरी गांड मारेगा।” फिर उसने अनिल से कहा, “निशा तेरे लंड को चूत में लेगी, और केशव उसकी गांड मारेगा।” मुझे शिव और राज ने चोदा। उषा ने कहा, “इस बार अपनी चूत और गांड को माल से भर दो।”

लगभग एक घंटे तक हमारी चुदाई चली। निशा ने पहली बार दो लंड एक साथ लिए और मस्ती में चिल्लाई, “उषा, तूने तो मज़ा दे दिया!” उषा हँसी, “कहा था ना, लंबा लंड ही मज़ा देता है।”

मैं भी पूरी मस्ती में थी। शिव और राज ने मेरी चूत और गांड को माल से भर दिया। हम तीनों बार-बार झड़ रही थीं।

दूसरी रात का जलवा

अगली रात उषा ने दलाल को फोन करके 9 मर्द बुलाए। सबके लंड 11 इंच से बड़े थे। एक मर्द, जयंत, का लंड 12 इंच लंबा और बहुत मोटा था। निशा उसे देखकर पागल हो गई और बोली, “मैं सबसे पहले जयंत से चुदवाऊँगी।”

जयंत ने निशा की चुदाई शुरू की। निशा पहले चीखी, लेकिन जल्दी ही मज़े लेने लगी। मैं और उषा भी जयंत से चुदवाए। उस रात हमने सुबह तक चुदाई की। हर मर्द ने हमारी चूत और गांड को माल से भर दिया।

15 मर्दों की पार्टी

एक रात उषा ने 15 मर्द बुलाए। वो रात 8 बजे आए और अगले दिन दोपहर तक हमारी चुदाई करते रहे। हमारी चूत और गांड का बुरा हाल हो गया। निशा तो सबसे ज़्यादा मस्ती में थी। उसकी चूत और गांड पहले से चौड़ी हो चुकी थी। हम तीनों इतने थक गए कि शाम तक बिस्तर से उठ नहीं पाए।

अलविदा

मैं और निशा 10 दिन उषा के पास रहे। हर रात चुदाई का मेला लगा। जाते वक्त उषा बोली, “जब मन करे, आ जाना।” निशा ने मज़ाक में कहा, “मिनी, तू मुझे फिर लाएगी ना?” मैंने हँसकर कहा, “अरे, तुझे तो लंबा लंड पसंद नहीं था!” निशा ने मेरे गाल खींचे और बोली, “अब तो मेरी चूत में आग लगी है।”

हम हँसते हुए वापस आ गए, लेकिन वो 10 दिन हमारी ज़िंदगी के सबसे मस्त दिन थे।

अंत

तो दोस्तो, ये थी मेरी, निशा, और उषा की चुदाई की कहानी। आपको कैसी लगी? कमेंट में बताइए, और ऐसी ही हॉट कहानियाँ पढ़ने के लिए मेरे ब्लॉग पर आते रहिए!

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